Holiday News, Local Holidays: अक्टूबर के महीने में त्योहारों के साथ ही छुट्टियों का दौर भी जारी है। इस महीने दशहरा से लेकर दीपावली तक कई दिनों तक छुट्टियां रहेंगी, जिसका लाभ सरकारी कर्मचारियों और स्कूली छात्रों को मिलेगा।
अक्टूबर में छुट्टियों का सिलसिला
वैसे भी अक्टूबर का महीना उत्सवों और छुट्टियों से भरा होता है। दशहरा, दिवाली जैसे बड़े त्योहार इस महीने में आते हैं, और इसके चलते सरकारी कर्मचारियों से लेकर छात्रों तक सभी को अवकाश मिलता है।
इन छुट्टियों का सभी बेसब्री से इंतजार करते हैं, क्योंकि ये न केवल त्यौहार मनाने का मौका देती हैं बल्कि अपने परिवार के साथ समय बिताने का अवसर भी मिलता है। खासकर स्कूली बच्चे इस छुट्टी का भरपूर मजा लेते हैं।
1 नवंबर को छुट्टी की घोषणा
त्योहारों के मौसम में छत्तीसगढ़ सरकार ने हाल ही में 1 नवंबर को प्रदेश में अवकाश का ऐलान किया है। इस निर्णय के बाद प्रदेश के सभी सरकारी कार्यालयों और संस्थानों में इस दिन अवकाश रहेगा।
हालांकि, राज्य सरकार के इस फैसले के बाद प्रदेश के कुछ जिलों में स्थानीय अवकाश (Local Holidays) में बदलाव किया गया है। अलग अलग जिलों में कलेक्टरों द्वारा अवकाश का संशोधित आदेश जारी किया गया है।
छुट्टियों में किए गए बदलाव
हाल ही में गौरेला-पेंड्रा-मरवाही और बस्तर जिलों में स्थानीय अवकाश में बदलाव किए गए थे। इसी कड़ी में बिलासपुर जिले में भी एक बड़ा परिवर्तन हुआ है।
पहले 1 नवंबर को बिलासपुर जिले में स्थानीय अवकाश घोषित किया गया था, लेकिन अब इसे बदलकर 10 दिसंबर कर दिया गया है।
10 दिसंबर को शहीद वीर नारायण बलिदान दिवस के अवसर पर स्थानीय अवकाश रहेगा। बिलासपुर के कलेक्टर ने इसके लिए आधिकारिक आदेश जारी कर दिया है।
बिलासपुर के लिए जारी नए आदेश के अनुसार, 1 नवंबर की छुट्टी अब 10 दिसंबर को शहीद वीर नारायण बलिदान दिवस के अवसर पर मनाई जाएगी। यह बदलाव सरकारी कार्यालयों और स्थानीय संस्थानों में प्रभावी होगा।
जानें कब-कब रहेगा अवकाश
तारीख | घटना | छुट्टी का कारण |
1 नवंबर | छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस | राज्य स्तर पर छुट्टी घोषित |
10 दिसंबर | शहीद वीर नारायण बलिदान दिवस | बिलासपुर में स्थानीय अवकाश |
अक्टूबर-नवंबर | दशहरा, दीपावली और अन्य त्योहार | त्योहारों के चलते छुट्टियों का दौर |
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही | स्थानीय अवकाश में संशोधन | स्थानीय स्तर पर प्रशासनिक बदलाव |
छत्तीसगढ़ राज्योत्सव का महत्व
छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना 1 नवंबर 2000 को हुई थी। 1 नवंबर छत्तीसगढ़ राज्य के लिए बेहद खास है, क्योंकि इस दिन छत्तीसगढ़ राज्योत्सव मनाया जाता है।
साल 2000 को मध्य प्रदेश से अलग होकर छत्तीसगढ़ को स्वतंत्र राज्य का दर्जा मिला था, और तब से हर साल 1 नवंबर को राज्योत्सव के रूप में मनाया जाता है।
हर साल इस दिन राज्य स्थापना दिवस को बड़े धूमधाम से मनाया जाता है, जिसे “छत्तीसगढ़ राज्योत्सव” के नाम से जाना जाता है। इस दिन पूरे राज्य में उत्सव का माहौल रहता है और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है।